भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत के कार एक्सीडेंट मामले में अब एक बड़ा खुलासा हुआ है. यह खुलासा खुद पंत ने ही किया है. एक्सीडेंट के बाद जब पंत को रूड़की के सक्षम अस्पताल ले जाया गया था. तब पंत ने बताया था कि नींद की झपकी आने के कारण गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी.
रूड़की के बाद ऋषभ पंत को देहरादून के मैक्स हॉस्पिटल में रेफर किया गया. यहां पंत से मिलने के लिए DDCA की भी एक टीम पहुंची है. इसी दौरान ऋषभ पंत ने डीडीसीए के डायरेक्टर श्याम शर्मा से मिलकर नया खुलासा किया है. श्याम शर्मा ने एजेंसी को यह जानकारी दी है.
गड्ढे को बचाने के चक्कर में हुआ पंत का एक्सीडेंट
श्याम शर्मा जब हाल-चाल जानने के लिए ऋषभ पंत से मिले, तो उन्होंने हादसा कैसे हुआ? इसके बारे में भी बात की. इस पर पंत ने खुलासा करते हुए कहा कि गड्ढा सामने आ गया था. उसको बचाने के चक्कर में यह हादसा हुआ है.
दरअसल, श्याम शर्मा से पूछा गया कि पंत ने हादसे का क्या कारण बताया? इस पर डीडीसीए के डायरेक्टर ने एजेंसी को बताया, ‘रात का टाइम था… वो कुछ गड्ढा सा आ गया था, उसको बचाने के चक्कर में हुआ.’
लंदन में पंत के इलाज का फैसला बीसीसीआई करेगा
श्याम शर्मा ने बताया कि ऋषभ पंत को फिलहाल एयरलिफ्ट करने की जरूरत नहीं है. उन्हें फिलहाल दिल्ली भी शिफ्ट नहीं किया जाएगा. लिगमेंट ट्रीटमेंट के लिए यदि ऋषभ पंत को लंदन ले जाना पड़ा, तो इसका फैसला बीसीसीआई ही करेगा. ऋषभ पंत को कहीं भी शिफ्ट करने का फैसला बीसीसीआई करेगा. ऋषभ पंत को थोड़ा दर्द है, लेकिन वह अब भी मुस्कुरा रहा है. बीसीसीआई सभी डॉक्टर्स के टच में है.
DDCA के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा ने कहा, ‘ऋषभ पंत की जो अभी तक रिपोर्ट आई है उस हिसाब से उन्हें गंभीर चोटें नहीं आई हैं. हमें उम्मीद है कि 2 महीने में पंत ग्राउंड में होगा. DDCA के निदेशक श्याम शर्मा ऋषभ पंत से मिलने देहरादून पहुंच चुके हैं और BCCI ऋषभ पंत का बेस्ट इलाज करा रहा है.’