पूर्व भारतीय स्टार ओपनर बल्लेबाज और बीजेपी सांसद गौतम गंभीर अपने बयानों की वजह से इस समय बहुत ज्यादा सुर्खियों में छाए हुए हैं. इस बार गौतम गंभीर ने बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान रह चुके सौरव गांगुली को लताड़ लगाई है. उन्होंने सौरव गांगुली को नसीहत दी है कि पहले उन्हें खुद पर लगाम लगानी चाहिए, तब दूसरों को सलाह देनी चाहिए. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्या हो गया, जो गौतम गंभीर ने इतनी बड़ी बात कह दी. तो चलिए जानते हैं पूरा माजरा.
गंभीर ने सौरव गांगुली को लगाई लताड़
दरअसल, गौतम गंभीर का कहना है कि सौरव गांगुली को शराब, तंबाकू, ऑनलाइन सट्टेबाजी के प्रचार करने से खुद को रोकना चाहिए. उन्होंने कहा- अगर सौरव गांगुली खुद फेंटेसी लीग का समर्थन करेंगे तो इससे बाकी खिलाड़ियों को कैसे रोक पाएंगे. उन्हें पहले इस बड़े मुद्दे पर खुद अंकुश लगाना चाहिए. वह कहते हैं कि बाकी खिलाड़ियों को ऐसा नहीं करना चाहिए. तो मुझे लगता है कि सबको इसका पालन करना होगा. ऊपर से ही यह फैसला आना चाहिए. नहीं तो इसे पूरे भारत में बैन कर देना चाहिए.
इन विज्ञापनों को बैन करने की उठाई मांग
गौतम गंभीर का कहना है कि आईपीएल के ज्यादातर इंडोर्समेंट और स्पॉन्सरशिप ड्रीम 11 जैसे फेंटेसी लीग से आते हैं. लेकिन बीसीसीआई को इस तरह के विज्ञापनों को बैन कर देना चाहिए. मुझे याद है कि जब दिनेश कार्तिक को एक कंपनी ने विज्ञापन के लिए संपर्क किया था. लेकिन हम इस मामले में स्पष्ट है कि हमें ऐसी कंपनी का विज्ञापन नहीं करना है. मैंने अतीत में एक फेंटेसी गेमिंग प्लेटफार्म का विज्ञापन किया. लेकिन आप फेंटेसी गेमिंग को सट्टेबाजी के रूप में नहीं देख सकते हैं. ये मिलता-जुलता तो है, लेकिन दोनों अलग है.
गौतम गंभीर ने यह भी कहा कि मैंने जब विज्ञापन किया था तो कंपनी के मालिक से ये सवाल पूछा था कि क्या आप नगद भुगतान करते हैं. तो उन्होंने मुझे बताया था कि नहीं हम केवल गिफ्ट हैंपर ही देते हैं. जिस कंपनी का मैंने विज्ञापन किया था उसमें इस तरह की कोई समस्या नहीं आ रही थी. मैं हमेशा से ही व्यक्तिगत रूप से ऑनलाइन सट्टेबाजी को बढ़ावा देने के खिलाफ रहा हूं.