संजू सैमसन की अचानक चमकी किस्मत, IND-AUS टेस्ट सीरीज में इस खिलाड़ी की जगह मिलेगा मौका

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत होने में अब केवल 4 दिन का समय शेष है। भारत और ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेले जाने वाली इस सीरीज में बाजी मारने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगी।

बीसीसीआई की ओर से रोहित शर्मा की अगुवाई में 17 सदस्यीय टीम का ऐलान किया गया था। जिसमें बहुत से चौंकाने वाले नाम शामिल थे, जिसमें एक नाम ऐसा भी था जो की मौजूदा समय में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर रहा है। जिसके बाद अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में इस खिलाड़ी के विकल्प के रूप में संजू सैमसन (Sanju Samson) का खेलना लगभग तय माना जा सकता है।

यह खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट से हो सकते हैं बाहर

दरअसल, ईशान किशन इन दिनों आउट ऑफ फॉर्म नजर आ रहे हैं। उन्हें भारतीय कप्तान द्वारा कई मौके दिए जा चुके हैं। लेकिन उन्होंने हर बार कप्तान को निराश ही किया। पिछले साल बांग्लादेश के खिलाफ उनके दोहरा शतक जड़ने के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह अपनी इस लय को बरकरार रखेंगे और ऐसे ही अपनी बल्ले का जादू बिखेरेंगे। मगर ऐसा नहीं हुआ और वह अपने बल्ले से संघर्ष करते हुए दिखाई दिए। हालांकि, इसके बावजूद भारतीय टीम प्रबंधक ने उन्हें आजमाने का फैसला किया। इसलिए ईशान को पहली बार टेस्ट टीम का हिस्सा बनाया गया। उन्हें इस सीरीज में टीम में अपनी जगह बनाए रखने के लिए अग्निपरीक्षा देनी होगी।

अगर ईशान किशन (Ishan Kishan) बोर्ड गवास्कर ट्रॉफी के पहले मुकाबले में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो संभवतः उन्हें ड्रॉप किया जा सकता है। इसकी वजह ये है कि भारतीय टीम का स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज अब ठीक हो चुका है। दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट टीम का ऐलान किया था तो विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन (Sanju Samson) चोटिल होने के कारण उपलब्ध नहीं हो सके थे और ऋषभ पंत भी क्रिकेट मैदान से दूर हैं।

इसलिए बोर्ड ने ईशान को टीम में शामिल किया। लेकिन अब संजू चोट से रिकवर हो चुके हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले ही हाथ में बल्ला पकड़े और पैड पहने तस्वीर शेयर की थी और लिखा था अब मैं खेलने के लिए तैयार हूँ। ऐसे में अगर ईशान पहले मुकाबला में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं तो टीम प्रबंधन उन्हें ड्रॉप कर संजू को टीम में शामिल कर सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर अभी कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कह सकते हैं।

संजु सैमसन (Sanju Samson) ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 2015 में डेब्यू किया था। लेकिन वह अब तक टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। उनके साथ हमेशा से ही ड्रॉप-पिक का सिलसिला चलता रहा। 8 साल पहले डेब्यू करने के बावजूद उन्हें टेस्ट में पार्दपण करने का मौका नहीं मिल सका। उन्होंने अब तक केवल 17 टी20 और 11 वनडे ही खेले हैं। टी20 और टेस्ट में भले ही वह अपने आपको साबित नहीं कर सके हैं लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट में उन्होंने अपनी प्रतिभा दिखा दी है।

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