ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में बेहतरीन वापसी की. इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट में कंगारू टीम को 9 विकेट से जीत मिली. पहले दोनों टेस्ट भारत ने जीत थे. भारत को घर पर 2 साल और 9 टेस्ट बाद हार मिली है. इस तरह से 4 मैचों की सीरीज में अभी भी भारतीय टीम 2-1 से आगे है. चौथा और अंतिम टेस्ट 9 मार्च से अहमदाबाद में खेला जाना है. मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 76 रन बनाने थे. लेकिन ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने दूसरी ही गेंद पर उस्मान ख्वाजा को विकेटकीपर केएस भरत के हाथों कैच कराया. ख्वाजा खाता तक नहीं खोल सके. ऐसे में लगा कि मैच रोमांचक होगा.
इंदौर टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने 9 विकेट से जीत दर्ज कर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह बना ली है। वह फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम बनी है। इस हार के साथ टीम इंडिया की मुश्किलें भी बढ़ गयी है। दरअसल, भारत को डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने के लिए एक जीत की दरकार है। ऐसे में अहमदाबाद में भारत को हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी, नहीं तो टीम को श्रीलंका बनाम न्यूजीलैंड सीरीज पर निर्भर रहना होगा। भारत की यह 6 साल बाद घर में पहली हार है। घरेलू सरजमीं पर इससे पहले टीम इंडिया को 2017 में हार का सामना करना पड़ा था। उस दौरान भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को धूल चटाई थी।
टीम इंडिया की हार के बाद क्या बोले रोहित शर्मा
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा- “जब आप टेस्ट हारते हैं तो काफ़ी खामियां निकलती हैं। हमने पहली पारी में पर्याप्त रन नहीं बनाए। जब उनके पास 90[88] की बढ़त मिली तो हमें ज़्यादा बेहतर बल्लेबाज़ी करनी थी लेकिन वह भी हम नहीं कर पाए। हमने डब्ल्यूटीसी या अहमदाबाद की बात नहीं सोची है। हमें समझना है कि क्या सही हुआ और क्या हमें बेहतर करना होगा। चुनौतीपूर्ण पिचों पर आपको साहसी होना पड़ता है लेकिन हमने शायद उन्हें एक जगह पर टप्पा खिलाने का बार-बार मौक़ा दिया।
ऐसा होता है लेकिन हम पहले दो टेस्ट की बल्लेबाज़ी से काफ़ी प्रेरणा ले सकते हैं। एक मैच में आप ख़राब खेल सकते हैं। हम चाहते थे कि कुछ खिलाड़ी टीम की नैय्या पार लगाए लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हम गेम में पिछड़ गए थे।”